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परीक्षा पास करना जरिया होना चाहिए, उद्देश्य नही : IPS प्रभात कुमार

 

भिलाई (सारनाथ एक्सप्रेस)। किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए दो बातें बहुत ही जरूरी है। पहला की परीक्षा को पास करना जरिया होना चाहिए, उद्देश्य नही होना चाहिए क्योंकि वो पूरा ही हो जाएगा तो उद्देश्य खत्म हो जाएगा। हममें उद्देश्य ये होना चाहिए कि क्या काम करना है? कैसे काम करना है? कहा काम करना है? दूसरी बात है कि परीक्षा में कभी भी भेंड़ चाल नही चलना चाहिए, भेड़ चाल का मतलब है कि सब कर रहे है तो देखादेखी हम भी कर ले ऐसा बिल्कुल भी नही होना चाहिए। आपका जिसमे रुचि है उस फील्ड में जाये। आज कल परीक्षाओं की तैयारियों का सारा सिलेबस इंटरनेट पर उपलब्ध है, कोचिंग से दूर रहे क्योंकि वो पढा कम रहे है व्यवसाय ज्यादा कर रहे है। यह सब बातें नव पदस्थ नगर पुलिस अधीक्षक आईपीएस प्रभात कुमार ने सारनाथ एक्सप्रेस से विशेष बातचीत में कही।

आईपीएस प्रभात कुमार छावनी के पहले आईपीएस अधिकारी है जिन्हें यहाँ पोस्टिंग मिली है। ये मूलतः झारखंड राज्य के जमशेदपुर से है। इनकी प्रारंभिक और हायर सेकेंडरी तक कि शिक्षा सेंट जोसेफ स्कूल, जमशेदपुर में हुई। इन्होंने वर्ष 2011 में आईआईटी खड़गपुर से गणित एंड कंप्यूटिंग विषय मे इंजीनियरिंग की और यूपीएससी की परीक्षा की तैयारियों में जुट गए। वर्ष 2011 में बतौर इंजीनियर इनका चयन जयकस इंफोटेक कंपनी, मुम्बई में चयन हुआ, जहाँ इन्होंने 2013 तक अपनी सेवाएं दी। वर्ष 2014 में इनका चयन प्राइम मिनिस्टर रूलर डेवलोपमेन्ट फेलो के लिये हुआ, नवादा (बिहार) में इन्होंने 2016 तक अपनी सेवाएं दी। यूपीएससी के पहले परीक्षा में इनका चयन नही हुआ लेकिन 2017 यूपीएससी के अपने दूसरे ही प्रयास में इनका चयन रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएस) में असिस्टेन्ट कमाण्डेन्ट के पद पर हुआ, जहाँ इन्होंने एक साल तक अपनी सेवाएं दी।

यूपीएससी के तीसरे प्रयास में वर्ष 2017 में इनका चयन इंडियन रेवेन्यू सर्विस (कस्टम) आईआरएस के पद पर हुआ, जहाँ इन्होंने दो वर्ष तक अपनी सेवाएं दी। अपने चौथे प्रयास में वर्ष 2019 में इनका चयन भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के लिए हुआ। ट्रेनिंग के पश्चात इनकी पहली पोस्टिंग दिसंबर 2021 में रायगढ़ में हुआ, जहां इन्होंने जून 2022 तक अपनी सेवाएं दी। चार माह हैदराबाद ट्रेनिंग के पश्चात इन्हें वीवीआईपी जिला दुर्ग के छावनी सीएसपी की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसे यह जिम्मेदारी के साथ निभा रहे है। ये छावनी सीएसपी के पद पर पदस्थ होने वाले पहले आईपीएस अधिकारी है।

हाल ही में अमलेश्वर थाना क्षेत्र में ज्वेलर्स दुकान में हुए लूट और मर्डर के आरोपी जो घटना को अंजाम देकर अन्य राज्य में फरार हो गए थे, इनके सूझबूझ और सक्रियता से सभी आरोपी चौबीस घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिए गए।
इनके पिताजी ट्रांसपोर्ट कंपनी में मैनेजर है। बिजनेस, इकोनॉमिक्स और इंग्लिश क्लासिस की किताबें पढ़ना और रनिंग करना इनकी विशेष रुचि है। ये अपने माता पिता और तीन दोस्तों को अपना आदर्श मानते है और इनसे बहुत प्रभावित है।
आईपीएस प्रभात कुमार ने बताया कि पीएमआरडीएफ के दौरान मुझे आईपीएस बनने की प्रेरणा मिली। अच्छे किताब पढ़ने से भी बहुत प्रेरणा मिला।

काम करने के उद्देश्य को लेकर आईपीएस प्रभात कुमार ने बताया कि काम ऐसा होना चाहिए जिसको करने में मज़ा आना चाहिए, काम इंटरेस्ट का होना चाहिए। इस कुर्सी पर बैठा हूँ तो जो काम है उसे पूरी इमानदारी और निष्ठा के साथ करना है। प्रोफेशनल लाइफ में कोई इमोशन नही होना चाहिए। सरकार ने मुझे जो जिम्मेदारी दी है उसे करना है फिर आगे जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे जिम्मेदारी के साथ करेंगे।

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