BREAKING

दुर्ग-भिलाईफीचर्ड

11 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा शिवनाथ रिवर फ्रंट, प्रकृति की खूबसूरत छटा को निहारने दुर्ग की बेस्ट लोकेशन होगी

 

दुर्ग। निकट भविष्य में शिवनाथ नदी की सुंदरता का लुत्फ अब दुर्ग शहर के नागरिक रिवर फ्रंट के माध्यम से ले सकेंगे। शिवनाथ नदी के बिल्कुल बगल में कामधेनु विश्वविद्यालय के किनारे वाली पिचिंग के आसपास रिवर फ्रंट स्थापित होगा। कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा इसके लिए जमीन चिन्हांकित करने पहुंचे। कलेक्टर ने नदी तट के किनारे जगह देखी। उन्होंने रिवर फ्रंट की एंट्री के संबंध में निगम अमले और राजस्व अमले से चर्चा की। रिवर फ्रंट के किनारे की पिचिंग के साथ वाली जमीन को विकसित करते हुए रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। इसमें खूबसूरत गार्डन के साथ ग्रीनरी होगी, बच्चों के लिए प्ले जोन भी होगा और चौपाटी भी होगी। इस मौके पर जलसंसाधन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। उनसे नदी के जलस्तर से संबंधित तकनीकी विषयों पर चर्चा की गई। यह रिवर फ्रंट 11 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा।

कलेक्टर ने राजस्व तथ निगम अधिकारियों को इसके लिए एंट्री प्वाइंट सुझाने के लिए कहा ताकि मेन रोड से सीधे रिवर फ्रंट तक कनेक्टिविटी बन पाए। इसके साथ ही पार्किंग आदि की व्यवस्था के साथ में डिटेल प्लान बनाने कहा। कलेक्टर ने कहा कि शिवनाथ नदी का नजारा बेहद खूबसूरत है। इसकी सुंदरता को रिवर फ्रंट बनने से चार चाँद लग जाएंगे। विशेष रूप से शाम के समय लाइटिंग के साथ नदी का नजारा भव्य होगा। कलेक्टर ने निगम अधिकारियों से पिचिंग के बिल्कुल बगल में बनाये जाने वाले लैंडस्केप पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट की लंबाई काफी होगी और इसके लिए अलग-अलग तरह से लैंडस्केपिंग का प्लान बनाए ताकि लोग शाम के समय एक लंबा वाक कर पाएं और नदी की खूबसूरती को निहारने के साथ ही रिवर फ्रंट के लैंडस्केप को भी निहारें। कलेक्टर ने निगम अधिकारियों को आर्किटेक्ट के साथ डिटेल प्लान प्रस्तुत करने कहा।

उल्लेखनीय है कि शिवनाथ नदी के किनारे खूबसूरत लैंडस्केप विकसित करने शासन द्वारा महती कार्य किये जा रहे हैं। इसमें महमरा घाट का सौंदर्यीकरण भी शामिल है। रिवर फ्रंट के तैयार हो जाने के बाद शिवनाथ नदी का लैंडस्केप शहर के दोनों छोरों तक काफी खूबसूरत हो जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि रिवर फ्रंट के प्रोजेक्ट में ग्रीनरी पर विशेष फोकस करें। इसके लिए अलग अलग वैरायटी के सुंदर पौधों का चुनाव करें। चूंकि शाम के वक्त सबसे अधिक लोग यहां पहुंचेंगे तो लाइटिंग की व्यवस्था भी इसी तरह से रखनी होगी। बच्चों का प्ले जोन भी बड़ा होगा ताकि पूरे परिवार के लिए यह मनोरंजक स्थल बन सके।

Related Posts