सूर्यकुमार की कप्तानी में भारत ने 16 में से 13 मैच जीते हैं और इस बार वह सीरीज जीतकर लौटना चाहेंगे। यह मुकाबला संजू सैमसन और रिंकू सिंह के लिए काफी अहम होने वाला है। दोनों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है…
नईदिल्ली (ए)। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच जारी टी20 सीरीज अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। अंतिम मुकाबला शुक्रवार को जोहानिसबर्ग में खेला जाएगा। इस मैच में जीत के साथ भारतीय टीम 3-1 से सीरीज पर कब्जा जमाने का उद्देश्य लेकर उतेरगी। यह मुकाबला संजू सैमसन और रिंकू सिंह के लिए काफी अहम होने वाला है। दोनों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
दोनों टीमें वांनडरर्स स्टेडियम में भिडे़ंगी। भारत के लिए यह मैदान हमेशा से भाग्यशाली रहा है। 2007 में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को हराकर पहला टी20 विश्व कप जीता था। एक साल पहले पिछली टी20 सीरीज में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने शतक जमाकर टीम को जीत दिलाई थी। सूर्यकुमार की कप्तानी में भारत ने 16 में से 13 मैच जीते हैं और इस बार वह सीरीज जीतकर लौटना चाहेंगे। पिछली बार खेली गई सीरीज 1-1 से ड्रॉ रही थी जबकि एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। टी20 क्रिकेट के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में शुमार रिंकू सिंह का फॉर्म भी चिंता का सबब है जो पिछले कुछ महीने से अच्छा नहीं खेल पा रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि छठे या सातवें नंबर पर उतरने से वह सहज होकर खेल नहीं पा रहे हैं।
भारत में अगला टी20 विश्व कप 2026 में है और सूर्यकुमार के पास रिंकू में आत्मविश्वास भरकर उनके प्रदर्शन को ढर्रे पर लाने का पूरा समय है। स्पष्टता के अभाव में उनके जैसे हुनरमंद क्रिकेटर को खोने का जोखिम भारतीय टीम नहीं उठा सकती। मौजूदा सीरीज में रिंकू दो मैचों में छठे और एक मैच में सातवें नंबर पर उतरे और 28 रन ही बना सके। निचले क्रम पर उतरने से 11, नौ या आठ रन का स्कोर चिंता का विषय नहीं है लेकिन असल चिंता इस बात की है कि इसके लिए उन्होंने कुल 34 गेंदें खेल डाली।