भिलाई। भारतीय संस्कृति में नारी के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है। संस्कृत में एक श्लोक है- ‘यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता:। अर्थात्, जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। आज कल की लड़कियां लड़कों से कम नहीं है वो भी हर बाजी मार रही हैं। इन्हें हर क्षेत्र में हम आगे बढ़ते हुए देखा जा सकता है। विभिन्न परीक्षाओं की मेरिट लिस्ट में लड़कियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं। किसी समय इन्हें कमजोर समझा जाता था, किंतु इन्होंने अपनी मेहनत और मेधा शक्ति के बल पर हर क्षेत्र में प्रवीणता अर्जित कर ली है। इनकी इस प्रतिभा का सम्मान किया जाना चाहिए। यह सब बातें नगर पालिक निगम रिसाली की आयुक्त मोनिका वर्मा ने सारनाथ एक्सप्रेस से विशेष बातचीत में कही। उन्होंने अपने अब तक के सफर को हमसे साझा किया।
आयुक्त मोनिका वर्मा की प्रारंभिक और हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा देशबंधु हायर सेकेंडरी इंग्लिश मीडियम स्कूल, रायपुर से हुई। उन्होंने वर्ष 2003 से 2007 तक दिल्ली से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग (बीटेक) किया। एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग का कोर्स किया जो कि लाइंसेंस कोर्स है। एक वर्ष मुंबई में रहते हुए एयर इंडिया में ट्रेनिंग और जॉब भी किया। उसके वो वापस छत्तीसगढ़ लौट आई और सीजी पीएससी सहित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुट गई।
वर्ष 2011 के पीएससी में उनका चयन अधीनस्थ लेखा अधिकारी के पद पर हुआ। वर्ष 2012 के सीजी पीएससी में इनका चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ।
उनकी पहली पोस्टिंग जांजगीर चांपा में हुई जहां उन्होंने वर्ष 2015 से 2017 तक अपनी सेवाएं दी। वर्ष 2017 से वर्ष 2022 तक बिलासपुर में पदस्थ रही। वर्ष 2022 में नया जिला सारंगढ़ बना वहां पर दो वर्ष तक अपनी सेवाएं दी। मार्च 2024 में सरकार ने उन्हें नगर पालिक निगम रिसाली के आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपा जिसे वह वर्तमान में जिम्मेदारी के साथ निभा रही है।
अपने माता- पिता को अपना आदर्श मामले वाली आयुक्त मोनिका वर्मा फ्री समय में अपने परिवार के साथ समय बिताने में रुचि रखती है। उनकी माताजी शासकीय हाईस्कूल, रायपुर में प्रिंसिपल है और पिताजी रिटायर्ड हो चुके है।
आयुक्त मोनिका वर्मा ने अपने कार्य करने के उद्देश्य पर बात करते हुए कहा कि हम जिस विभाग से है वो विभाग आम जनता से सीधे जुड़ा हुआ है, इसलिए कोई भी फरियादी कार्यालय आए उसे धैर्य से सुनकर उनके कार्य को प्राथमिकता से करना और उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा दिलाने पर पूरा फोकस रहता है क्योंकि सरकार की योजनाओं पर जनता का अधिकार है। जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारा कर्तव्य है। शासकीय योजनाओं में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है तो उस पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए। आप जहां भी पदस्थ रहे अच्छा से अच्छा कार्य करे ताकि वहां के लोगों को उसका फायदा मिल सके, अगर आपको अपने काम के बारे में बताना पड़े तो आप तभी कुछ बता पाएंगे जब आप कुछ अच्छा या नया काम किए होंगे।
महिला दिवस पर महिलाओं को संदेश देते हुए आयुक्त ने कहा कि महिलाओं को अपने लिए खुद सोचना चाहिए, अगर खुद नहीं सोचेंगी तो कौन सोचेगा? पहला कदम आपको ही उठाना है, चाहे आपकी जो इच्छा हो। अगर आप गृहणी भी है तो ये आपको ही सोचना है कि घर कैसे चलाएं।