भिलाई। महिला दिवस नारी के अधिकारों, उनकी उपलब्धियों और समाज में उनकी भूमिका को सम्मान देने के लिए समर्पित है। यह केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जो महिलाओं को समान अवसर और सम्मान दिलाने की दिशा में कार्य करता है। महिलाएं सबसे पहले अपने आप को शिक्षित करे, अपने पैरों पर खड़े हो, अपने बच्चों को पढ़ाए और उनको अच्छी शिक्षा दे, अच्छी शिक्षा से ही हम हर समस्याओं का समाधान निकाल पाएंगे। उक्त बातें महिला दिवस पर Investigative Units for Crime against Women (IUCAW) की दुर्ग जिला प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पद्मश्री तंवर ने सारनाथ एक्सप्रेस से विशेष बातचीत में कही। उन्होंने अपने अब तक के सफर को हमसे साझा किया।
एएसपी पद्मश्री तंवर की प्रारंभिक शिक्षा और नवमीं तक की शिक्षा शासकीय स्कूल, जैतहरी, जिला अनूपपुर (मप्र) में हुई। हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा उन्होंने शासकीय उच्चतर माध्यम विद्यालय, धुरी (कोरबा) से पूरी की।
वर्ष 2001 में उन्होंने मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय, कटघोरा (कोरबा) से बीएससी की डिग्री हासिल किया। वर्ष 2003 में उन्होंने भूगोल विषय में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर से स्नातकोत्तर किया।
पढ़ाई पूरी कर उन्होंने नौकरी की तैयारी शुरू की। प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग करने के दौरान ही इनका विवाह हो गया फिर भी उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी। दिसम्बर 2007 में सीजी व्यापम द्वारा आयोजित परीक्षा में उन्होंने भाग लिया और फूड इंस्पेक्टर के लिए चयनित हुई और सरगुजा और कोरबा में अपनी सेवाएं दी।
वर्ष 2008 के सीजी पीएससी में उनका चयन उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) के पद पर हुआ। वर्ष 2013 में उन्होंने नौकरी ज्वॉइन किया। बतौर प्रशिक्षु उनकी पहली पोस्टिंग सरगुजा जिला रहा, जहां उन्होंने अप्रैल 2015 से मई 2016 तक अपनी सेवाएं दी।
जून 2016 से अगस्त 2019 तक एसडीओपी बगीचा (जशपुर) के पद पर अपनी सेवाएं दी। सितम्बर 2019 से मार्च 2022 तक एसडीओपी चांपा रही। इस दौरान मार्च 2022 में उनका प्रमोशन हुआ और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बनी। अगस्त 2022 से अक्टूबर 2023 तक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (IUCAW) राजनांदगांव के पद पर अपनी सेवाएं दी। अक्टूबर 2023 से फरवरी 2024 तक पुलिस महानिरीक्षक, दुर्ग रेंज में पदस्थ रही। मार्च 2024 से वर्तमान तक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (IUCAW) दुर्ग के पद पर अपनी सेवाएं दे रही है।
स्वामी विवेकानंद और अपनी पिताजी को अपना आदर्श मानने वाली एएसपी पद्मश्री तंवर गार्डेनिंग, किताब पढ़ने और गाना सुनने में विशेष रुचि रखती हैं।
एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि फरियादियों की समस्याओं को समझना और फिर कानून के तहत उनको न्याय दिलाना मुख्य उद्देश्य रहता है। हमारे यहां महिला संबंधित केस आती है तो उनको काउंसलिंग के माध्यम से समझाया जाता है, उनके पति और परिवारवालों को भी समझाया जाता है कि परिवार ना तोड़े इससे उन पर और उनके बच्चों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है अगर काउंसलिंग के दौरान हिंसा की बात सामने आती है तो विधिवत कार्यवाही की जाती है।
महिलाओं से यही कहना है कि अगर आपके परिवार में हिंसा हो रही है तो उसको सही फोरम तक लाए, हम उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। मां अपने स्कूली बच्चों को सोशल मीडिया के प्रति जागरूक करें ताकि वह गलत दिशा में ना जाए। मां ही अपने बच्चों को समझा सकती है कि क्या सही है और क्या गलत है।