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जन मानस को सेवा भाव से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करना मेरा मुख्य उद्देश्य रहता है: CMHO जेपी मेश्राम

दुर्ग (सारनाथ एक्सप्रेस)। भोपाल अपने ऐतिहासिक रिकॉर्ड, सुंदर झीलों और हरियाली के लिए जाना जाता है लेकिन इससे भी ज्यादा अगर इस शहर को किसी चीज के लिए याद किया जाता है तो वो है एक इंडस्ट्रियल घटना जिसने सभी को हिला के रख दिया। 3 दिसंबर 1984 की देर रात को भोपाल में यूनियन कार्बाइड के कारखाने से रिसने वाली जहरीली गैस ने तीन हजार से अधिक लोगों को सीधे मौत के घाट उतार दिया। इस घटना को अब भोपाल आपदा, भोपाल गैस त्रासदी या भोपाल गैस कांड के नाम से जाना जाता है। आज इस घटना को 38 साल हो चुके हैं। हम आपको उस आपदा में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले डॉक्टर से रूबरू करवा रहे है। जी हां… हम बात कर रहे है दुर्ग जिला के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जेपी मेश्राम की। सीएमएचओ मेश्राम ने सारनाथ एक्सप्रेस से अपने अब तक के सफर को हमसे साझा किया….

 

सीएमएचओ जेपी मेश्राम की प्रारंभिक और हायर सेकेंडरी तक कि शिक्षा भिलाई विद्यालय से पूरी हुई। साइंस कॉलेज, दुर्ग से इन्होंने विज्ञान विषय मे स्नातक और मेडिकल कॉलेज, रायपुर से एमबीबीएस और वर्ष 1979 में एमडी की डिग्री हासिल किया।
एमपी पीएससी के जरिये इनका चयन चिकित्सा अधिकारी के पद पर हुआ। इनकी पहली पोस्टिंग वर्ष 1984 भोपाल में हुई, उस वक्त वहां बहुत बड़ी त्रासदी हुई थी, भोपाल गैस कांड उसमे इन्होंने जख्मी लोगो की बहुत सेवा की। उसके बाद इनका तबादला कुछ माह के लिए बलौदा बाजार (उस वक्त रायपुर जिला) में हुआ। इनका तबादला दुर्ग जिला में हुआ। जहाँ इन्होंने लंबे समय तक जिला चिकित्सा अधिकारी के पद पर पदस्थ रहते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। इसका बाद इन्हें सिविल सर्जन, दुर्ग की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके उपरांत इन्हें उप संचालक, स्वास्थ्य सेवाये, रायपुर की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद इन्हें सीएमएचओ जिला बालोद की जिम्मेदारी दी गई। मार्च 2022 में राज्य सरकार ने इन्हें वीवीआईपी जिला दुर्ग के सीएमएचओ की जिम्मेदारी सौपी है, जिसे ये जिम्मेदारी के साथ निभा रहे है।

 

अपने आप कोई रिलैक्स करने के लिए पुरानी फिल्मी देखने वाले सीएमएचओ जेपी मेश्राम का परिवार डॉक्टरो की फैमिली है। इनके बडी दीदी, जीजाजी सहित कुल 14 लोग डॉक्टर है। इनके पिता जी रेलवे में थे तथा माता गृहणी थी। इनके दो बेटे है बड़ा बेटा और बहू बीई, एमबीए है छोटा बेटा दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्ययनरत है। इनकी धर्मपत्नी शासकीय कन्या महाविद्यालय, दुर्ग में प्राणी शास्त्र विभाग की एचओडी है।

 

सीएमएचओ जेपी मेश्राम ने बताया कि जिला चिकित्सा अधिकारी रहते हुए कई राष्ट्रीय कार्यक्रमो के नोडल अधिकारी रहते हुए उनको सफल बनाया गया, उसका जो रिजल्ट मिला उसे देखकर बड़ी शांति मिलता है। जिला चिकित्सालय में ड्यूटी के दौरान कई मरीजो को लाभान्वित किये, पैथोलॉजी में एमडी करने के बाद जिला चिकित्सालय दुर्ग में पैथोलॉजी और ब्लड बैंक प्रभारी रहते हुए बहुत से जरूरत मंद मरीजो को समय पर ब्लड उपलब्ध हो जाये इसके लिए विशेष प्रयास रहता था। जन मानस को सेवा भाव से  स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करना मेरा मुख्य उद्देश्य रहता है।
सीएमएचओ डॉ.जेपी मेश्राम पैथोलॉजी एसोसिएशन छत्तीसगढ़ ब्रांच के स्टेट प्रेसीडेंट भी रह चुके है। ये इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव भी रह चुके है तथा वर्तमान में वर्ष 2022 से अध्यक्ष भी है।

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