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परीक्षा परिणाम के लिए बच्चों पर न बनाए दबाव, नैसर्गिंक प्रतिभा को निखारने का अवसर दीजिए : कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह

रायपुर। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने शहीद स्मारक भवन मे स्कूली बच्चों के तनाव प्रबंधन कार्यशाला में पालकों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को परीक्षा परिणाम के लिए दबाव न बनाएं। पालकों को बच्चों के साथ मित्रतापूर्ण व्यवहार करना आवश्यक है। परीक्षा के दौरान बच्चों के दिमाग को फ्रेश रखने के लिए घर में बेहतर वातावरण तैयार करें।

आज के समय में डिजिटल कंटेंट आने से बच्चों में मैच्योरिटी बढ़ी है। सभी बच्चों में अलग-अलग प्रतिभाएं होती है। उनके टैलेंट को समझें और उनमें निखार लाएं। जिससे वे मूल प्रवृत्ति से हटकर दबाव महसूस न करें। कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि परीक्षा परिणाम के पूर्व बच्चों को तनावपूर्ण माहौल से बाहर निकालें। बच्चों को नियमित तौर पर अध्ययन कराएं। पालक बच्चों को पढ़ाई के लिए दबाव न बनाएं। मित्रतापूर्ण व्यवहार करें।

साथ ही बच्चों में किसी भी कंटेट को लिख-लिखकर पढ़ने का अभ्यास कराएं। बच्चों के दिनचर्या में व्यायाम करने की आदत डालें। इसके अलावा बच्चों के माता-पिता के बीच हेल्दी रिश्ते होने चाहिए। इससे ही बच्चों में तनाव कम होता है। बालमन के लिए माता-पिता को रोल मॉडल बनने की आवश्यकता है।

बच्चों को तनाव पूर्ण माहौल से बाहर करने के लिए उन्हें शौक पूरा करने का अवसर दें। इससे उनकी नैसर्गिंक प्रतिभाओं में निखार आएगा। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप व जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल समेत शिक्षक व पालकगण उपस्थित थे।

निबंध प्रतियोगिता में लिजिए हिस्सा
कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम के पूर्व बच्चों के लिए निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएं। लोकसभा चुनाव में देश की भूमिका विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएं। बेहतर निबंध लिखने वाले बच्चों को कलेक्टर के साथ चाय पीने का अवसर दिया जाएगा।

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