भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और गुयाना के बीच साझा संबंधों के बारे में बात की। उन्होंने विशेष रूप से संस्कृति, भोजन और क्रिकेट पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि ये तीनों चीजें, विशेष रूप से, भारत और गुयाना को गहराई से जोड़ती हैं…
नईदिल्ली (ए)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच दिवसीय यात्रा के बाद गुयाना से भारत रवाना हो चुके हैं। इससे पहले उन्होंने गुयाना के जॉर्जटाउन में प्रवासी भारतीय लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कैरेबियाई देश में क्रिकेट जगत के दिग्गजों से भी मुलाकात की। राष्ट्रपति इरफान ने दोनों देशों के 180 साल से अधिक पुराने रिश्ते का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘इस रिश्ते की शुरुआत 186 साल पहले हुई थी, जब 1838 में पहले भारतीय अनुबंधित अप्रवासी के रूप में यहां पहुंचे थे…कृषि से लेकर व्यापार, शिक्षा से लेकर संस्कृति, खेल से लेकर व्यवसाय तक, भारतीयों ने गुयाना के जीवन के तरीके को आकार देने में योगदान दिया है। हमारे त्योहारों, व्यंजनों और परंपराओं में स्पष्ट भारतीय संस्कृति की जीवंतता हमारी राष्ट्रीय पहचान का एक अभिन्न अंग बन गई है।’
संबोधन से पहले पीएम मोदी और गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान की मौजूदगी में दोनों देशों का राष्ट्रगान भी बजाया गया। आरंभिक वक्तव्य में गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने कहा, ‘आज इस सभा में आप सभी का स्वागत करते हुए बहुत गर्व और खुशी महसूस कर रहा हूं। यह सभा लगभग दो शताब्दियों के पुराने संबंधों का जश्न मना रही है। गुयाना में भारतीयों की उपस्थिति हमारे देश के इतिहास का एक उल्लेखनीय अध्याय है।’
क्रिकेट को लेकर दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा ‘क्रिकेट के प्रति प्रेम भी हमारे देशों को मजबूती से बांधता है। यह केवल एक खेल नहीं है, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है, जो हमारी राष्ट्रीय पहचान में गहराई से समाया हुआ है।’ पीएम मोदी ने कहा, भारत-गुयाना समुदाय की एक अनूठी खाद्य परंपरा भी है। इसमें भारतीय और गुयाना दोनों तत्व हैं – मैंने सुना है कि दालपुरी लोकप्रिय है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुयाना से भारत रवाना हो गए। इससे पहले पीएम मोदी ने गुयाना के जॉर्जटाउन में भारतवंशियों को संबोधित किया। भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और गुयाना के बीच साझा संबंधों के बारे में बात की। उन्होंने विशेष रूप से संस्कृति, भोजन और क्रिकेट पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि ये तीनों चीजें, विशेष रूप से, भारत और गुयाना को गहराई से जोड़ती हैं।
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, मैं राष्ट्रपति अली को इस बात के लिए धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मेरे लिए अपने घर के दरवाजे खोले। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति अली और उनकी दादी के साथ, हमने एक पेड़ भी लगाया – यह हमारी पहल का हिस्सा है – ‘एक पेड़ मां के नाम’। यह एक भावनात्मक क्षण था जिसे मैं हमेशा याद रखूंगा। गुयाना के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस को प्राप्त करके मुझे बहुत सम्मानित महसूस हुआ।
गुयाना के जॉर्जटाउन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, गुयाना के लोग भारत के शुभचिंतक हैं। उन्होंने कहा, ‘आप भारत में हो रही प्रगति को करीब से देख रहे होंगे… केवल 10 वर्षों में, भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से बढ़कर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। जल्द ही हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। हमारे युवाओं ने हमें दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बना दिया है… हम मंगल और चंद्रमा तक पहुंच गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में पर्यटन और तीर्थ क्षेत्रों से जुड़ी अपार संभावनाओं का भी उल्लेख किया। जॉर्जटाउन में भारतीय समुदाय से मुखातिब पीएम मोदी ने कहा, ‘दोस्तों, ‘भारत को जानिये’… यह भारत, इसके मूल्यों, संस्कृति और विविधता को समझने का एक अच्छा अवसर होगा। अगले साल, 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा, मैं आप सभी को अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं।’ प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में बस्ती और गोंडा का उल्लेख करते हुए कहा कि गुयाना से भारत आने पर इन जगहों पर भी जा सकते हैं। यहीं से आप में से कई लोग आए हैं। आप अयोध्या में राम मंदिर भी जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री पद संभालने से पहले की अपनी गुयाना यात्रा को यादगार बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘दो दशक पहले आपके अद्भुत देश की यात्रा की मेरी यादें बहुत अच्छी हैं। उस समय मेरे पास कोई आधिकारिक पद नहीं था, मैं एक यात्री के रूप में, जिज्ञासा से भरा हुआ गुयाना आया था। अब मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में इस बहु-जल भूमि पर वापस आया हूं।’
दक्षिण अमेरिकी देश- गुयाना में रहने वाले भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे गुयाना की संसद को संबोधित करने का सम्मान मिला। लोकतंत्र की जननी होने के नाते, मैंने कैरेबियाई क्षेत्र के सबसे जीवंत लोकतंत्रों में से एक के साथ आध्यात्मिक जुड़ाव महसूस किया। हमारा साझा इतिहास है जो हमें एक साथ बांधता है। औपनिवेशिक शासन के खिलाफ साझा संघर्ष, लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए प्यार और विविधता के लिए सम्मान। हमारा साझा भविष्य है जिसे हम बनाना चाहते हैं।’
56 साल बाद बतौर भारतीय प्रधानमंत्री गुयाना दौरा करने वाले पहले पीएम, नरेंद्र मोदी ने यादगार कार्यक्रमों को सोशल मीडिया हैंडल से साझा भी किया। उन्होंने क्रिकेट जगत के दिग्गजों और उभरते सितारों से मुलाकात की तस्वीरें शेयर कर लिखा, “क्रिकेट के माध्यम से जुड़ाव! गुयाना के अग्रणी क्रिकेट खिलाड़ियों के साथ सुखद बातचीत।’ उन्होंने कहा कि इस खेल के कारण हमारे देशों के बीच करीबी संबंध बने हैं। इस खेल ने हमारे सांस्कृतिक संबंधों को भी गहरा किया है।’
गुयाना में कार्यक्रम के समापन के बाद पीएम मोदी ने कई और तस्वीरें भी साझा कीं। भारतीय समयानुसार 22 नवंबर तड़के करीब 5.18 बजे प्रधानमंत्री गुयाना से दिल्ली रवाना हुए। इसी के साथ पीएम मोदी का तीन देशों का पांच दिवसीय दौरा समाप्त हुआ। प्रधानमंत्री इस दौरे पर पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजीरिया भी गए। इसके बाद उन्होंने ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया। यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री गुयाना पहुंचे।